Wednesday, July 25, 2018

हाँ यही तो प्यार है.....


जानते हो कितनी बार ऐसा हुआ है,
कि मैंने तुम्हारा नम्बर अपनी फ़ोन स्क्रीन पे देखा,
पर डायल नहीं किया।
बस वो है मेरे फ़ोन में, यही देख कर ख़ुश हो जाती हूँ।
यही प्यार है, हाँ यही तो प्यार है।

तुम्हारे इश्क़ ने वो हाल कर दिया है,
कि तुम्हारा नाम, तुम्हारी पसंदीदा चीज़ें,
कहीं देखती हूँ तो मुस्कान जाती है चेहरे पर,
यही प्यार है, हाँ यही तो प्यार है।

तुम्हारे साथ जहाँ चाय पी थी
जहाँ गोलगप्पे खाए थे,
उधर का रूख़ नहीं किया दोबारा अभी तक।
यही प्यार है, हाँ यही तो प्यार है।

तुम्हारे साथ जिए हुए एक एक लम्हे को,
फिर से हज़ार बार जिया है मैंने,
इस क़दर कि वो लम्हा मेरी धड़कन में बस जाए।
यही प्यार है, हाँ यही तो प्यार है।

तुम्हारी पसंद, नापसंद ज़बानी याद है मुझे,
करेले नहीं खाते हो तुम,
फिर उस दिन मेरे कहने पर क्यूँ खा लिये थे तुमने?
यही प्यार है, हाँ यही तो प्यार है।

तुम्हारी तस्वीरें मेरे फ़ोन में,
मेरी ख़ुद की तस्वीरों से ज़्यादा हैं,
और ज़हन में तुम्हारी बातें, यादें और चेहरा।
यही प्यार है, हाँ यही तो प्यार है।




No comments: